ये कहानी मयंक की है Mayank Motivational Story
ये कहानी मयंक की है Mayank Motivational Story
उसके शब्दो मे ही पढ़े.
Desi Story |
मैं मयंक और मेरी मां
दोस्तो ये कहानी मेरी विधवा माँमेरी विधवा माँ और मेरे बीच हुई सच्ची घटना पर आधारित हैं। मेरी विधवा मा का नाम अर्चना है,
जब मा की उम्र 25 साल थी और मैं 2 वर्ष का था मेरे पापा की डेथ हो गयी थी। माँ ने दूसरी शादी नही की ओर पापा की जगह माँ की सरकारी दफ्तर मे बाबू की नोकरी लग गयी, क्योंकि पापा सरकारी नोकरी में थे।
यह घटना मई, 2020 की है। इस समय मेरी उम्र 19 वर्ष औऱ माँ की उम्र 47 वर्ष थी।
मैं अपना सरकारी नोकरी का पेपर देने मुरादाबाद गया हुआ था औऱ वापिस 12 बजे वाली गाड़ी से आ रहा था, माँ को ये मालूम था कि मैं कल आऊंगा। रात 12 बजे स्टेशन पर उतरकर मैं रिक्शा से घर पहुंचा।
मेरे पास घर के गेट की एक चाबी रहती है इसलिए सोचा कि मा को क्या उठाऊ खुद ही गेट खोल लेता हूं।
मै घर के दरवाजे पर पहुँचकर चाबी से गेट खोला, और ये सोचकर धीरे से घर में दाखिल हुआ कि कहि मा की नींद खराब न हो जाये, जैसे ही मैं हाल में पहुँचा, तो देखा कि माँ के रूम की लाइट जल रही थी।
कमरे का दरवाजा खुला था औऱ कमरे से मा के कराहने औऱ सिसकियों की दबी दबी आवाज़ आ रही थी, मैं मा के रूम की ओऱ बढा तो नजारा देखकर मेरे होश उड़ गए, माँ बेड पर बिल्कुल नंगी पड़ी थी और मेरे फूफा जिनका नाम संजीव हैं वो बेड के नीचे पंजो पर बैठकर माँ की चूत चाट रहे थेचूत चाट रहे थे ऒर एक हाथ से दाई चूची दबा रहे थे।
मेरा दिमाग काम नही कर रहा था ।
मैं गेट के किनारे चुपके से सब देख रहा था कि देखु आगे क्या होगा।
मैं सोचने लगा कि मेरी माँ कितनी बड़ी रंडी हैं जो अपने ननदोई से चुद रही है।
तभी फूफा खड़े हो गए औऱ माँ को इशारा किया। माँ बेड से तुरंत खड़ी होकर फूफा के सामने घुटनों पर बैठ गयी,
तभी फूफा माँ की ओर घूमे,
तो मुझे फूफा का लंड दिखा, जो तकरीबन 3.5 इंच का था।
माँ ने लण्ड पकड़ा औऱ चूसने लगी।
5 मिनट लण्ड चुसाई के बाद लण्ड 6 इन्च का हो गया था। मा बोली, संजीव अब मेरी चुदाई कर भी दो,
यदि तुम मेरी जिंदगी में न आते तो न जाने मेरा क्या होता। फूफा जी बोले- खड़ी हो जा मेरी जान, ये मेरा लंड तेरे लिए और तेरी ननंद के लिए ही है।
माँ- हा संजीव जी अब मेरी चूत पूरी गर्म हो गई हैचूत पूरी गर्म हो गई है, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है। ताबड़तोड़ चुदाई करो आज।
माँ उठकर बेड के किनारे टाँगे मोड़कर लेट गयी औऱ अपनी गोरी ग़ोरी मोटी चूचीओ को मसलने लगी। फूफा जी ने अपने लंड को हाथ से आगे पीछे करके माँ की टांगों के बीच आकर लंड माँ की चूत पर रगड़ने लगें.
तभी मुझे न जाने क्या हुआ, मैं ग़ुस्से से चिल्ला कर फूफा की औऱ बढ़ा। साले कुत्ते तुझे शर्म नहीं आती औऱ जाकर फूफा का गला पकड़ लिया।
अचानक मुझे देखकर दोनो घबरा गए।
दोनों के चेहरे सफेद पड़ गए थे। माँ घबरकर बोली- मयंक बेटा, तू यहाँ कैसे…….
औऱ बेडसीट से अपने नंगे बदन को ढ़ककर मेरे आगे हाथ जोड़कर रोते हुए बोली।
मयंक बेटा, मुझे माफ कर दो, मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है, बेटा मुझे माफ कर दे। माँ ज़ोर ज़ोर से रोने लगी। मूझे माँ पर भी बहुत गुस्सा आ रहा था। मैं गुस्से में छत पर चला गयामैं गुस्से में छत पर चला गया औऱ माँ का नंगा बदन और चिकनी चूत मेरी नजरों में घूमने लगी। मेरा लंड खड़ा हो गया ये सोचकर।
मैं सोचने लगा कि पापा की डैथ के बाद माँ को लंड की चाहत ने ये करने पर मजबूर किया है, क्यों न माँ की प्यास घर के अंदर मै ही बुझा दू, इससे मा को बाहर मुँह मारने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
माँ को चोदने की ख्वाहिश लेकर मैं कमरे मे आ गया औऱ अलमारी से शराब की बोतल निकालकर 4 पैग मारे.
इससे मुझे अच्छा नशा हो गया औऱ मेरी आंखों में माँ का नंगा बदन औऱ चिकनी चूत घुमने लगी।
मैं पागल हुआ जा रहा था। तभी मेरे रूम में किसी के आने की आहट हुई, मैने नजर उठाकर देखा तो सामने माँ खड़ी थी, उन्हें देखकर मैंने मुँह दूसरी तरफ घुमा लिया।
माँ- बेटा मयंक मुझसे बड़ी भूल हो गई है मुझ माफ कर दे।
मै कुछ नहीं बोला।
माँ- तू कुछ बोल बेटा, मुझे जान से मार दे।
मै पलटा औऱ बोला माँ तुमने मुझे धोखा दिया है न जाने फूफा से कब से चुद रही हो। शर्म नहीं आईं।
मै बुआ औऱ दादी को तुम्हारी करतूत बताऊंगा।
माँ औऱ ज़ोर से रोते हुए बोली, मयंक तुझे जो चाहिए मैं दूंगीमयंक तुझे जो चाहिए मैं दूंगी, लेकिन बेटा ये बात किसी को मत बताना।
मै बदनाम हो जाऊँगी। तुझे मेरी कसम।
मेरी नजरों में वासना थी औऱ मैंने शराब भी पी रखी थी।
मैं बोला, माँ- तुझे इस गलती की कीमत चुकानी पड़ेगी। माँ सोचते हुए, क़ीमत……।
कैसी कीमत बेटा।
इस समय माँ घुटनों पर बैठी गिड़गिड़ा रही थी।
मैंने मोबाइल से माँ की चूत chusaai की विडियो दिखायी, जिसे देखकर माँ बोली। मयंक बेटा- ये विडियो किसी को मत दिखाना। मै तेरे पैर पड़ती हु।
मैं बोला- माँ एक शर्त पर मै तेरी जान बचा सकता हूं।
माँ कैसी शर्त बेटा।
मैंने तुरन्त अपना बरमुडा नीचे करके 9 इंच का लंड माँ के मुंह 9 इंच का लंड माँ के मुंह के सामने कर दिया। माँ –
ये क्या बदतमीजी हैं मयंक, तूझे शर्म नहीं आती।
अपनी माँ के सामने छी……..। मैंने माँ से कहा कि , बडी सती सावित्री बन रही है अब, फूफा का लंड बड़े मजे से चूस रही थी, अब जब घर में ही लंड है तो नखरे दिखा रही हैं।
माँ- वो तेरे फूफा है, लेकिन तू मेरा बेटा है माँ बेटे के बीच में ये सब नहीं हो सकता।
तूझे पाप लगेगा।
मै बोला माँ, मै जानता हूँ कि तुम भी प्यासी हो, आओ मेरा लंड चुसो।
माँ- रोते हुए, नहीं मयंक ये गलत है मुझसे नहीं हो सकता है।
तू मेरी बात मान जा बेटा।
मै- माँ जब भूख चूत की हो तब सिर्फ चूत चाहिए होती हैसिर्फ चूत चाहिए होती है।
मै माँ को अपने नजदीकी लाया और अपने हाथों से उसका चेहरा पकड़ के माँ के होठ चूसने लगा।
माँ मुझे पीछे ढेकेलते हुए,
हट जा……, दूर हो जा ….।
रोते हुए बोली ये कभी नहीं हो सकता है।
माँ की आंखों से आँसू बहने लगे। मै अपना 9 इंच के लंड को हिलाने लगा औऱ बोला, मम्मी तू ऐसे नहीं मानेंगी, ये वीडियो बूआ को भेज ही देता हूँ, औऱ फोन open करने लगा, तभी माँ भागकर मेरे पैरों में पड़ गयी।
हाथ जोड़कर बोली, ठीक है जैसा तू चाहे , लेकिन ये वीडियो डिलीट कर दे।
हा कर दूंगा, चल अब मेरा लंड चूस, प्यारी मम्मी।
माँ- बस लंड चुसाई ही करूंगी, इससे ज्यादा कुछ मत सोचनाज्यादा कुछ मत सोचना।
औऱ रोते हुए मेरा लंड पकड कर चूसने लगी।
हे भगवान मै बता नहीं सकता कि मेरा लंड मम्मी के मुंह में जाने से क्या कितना सुख मिल रहा था।
मै पागल हो गया औऱ मम्मी के बालों में हाथ घूमाने लगा। लेकिन मम्मी लंड को सिर्फ़ तीन इंच ही चूस रही थी।
मैं- मम्मी पूरा अन्दर तक चुसो बहुत मजा आ रहा है।
माँ – मैंने अपनी लाइफ में इतना बडा नही नहीं देखा है। मुझसे नहीं होगा औऱ उठ खड़ी हुई।
मैंने मम्मी को कसके पकड़ा और होठ चूसने लगा। मम्मी कोई रिस्पांस नहीं दे रही थी। मैंने जबरदस्ती मम्मी की टी शर्ट उतारनी चाही, तो मम्मी रोते हुए, नहीं मयंक ये मत कर। मम्मी के होंठ चूसता हुआ मैं बोला, मम्मी मत रोको आज औऱ जबरदस्ती मम्मी को ऊपर से नंगा कर दिया।
ओह माय गॉड, क्या बूब्स थे मम्मी के, बिलकुल सफेद, गोरे, चिकने, मै पागल से हो गया। मैंने तुरंत मम्मी की काले रंग की ब्रा के हुक खोल दिये। मम्मी की चुचिया उछल कर बाहर आगयी, तुरन्त मम्मी ने हाथों से दोनों चुचिया ढ़क ली। मैं- क्या मम्मी इतने खूबसूरत चूचीओ को क्यो ढक रही हो।
मैंने मम्मी के हाथ हटाकर चूची का निप्पल मुँह मेंचूची का निप्पल मुँह में लिया औऱ बड़ी दीवानगी से मुंह में भरकर चूसने लगा।
चूची बिल्कुल 16 साल की लड़की जैसी थीं।
मै चूची 10 मिनट तक पागलो की तरह चूसता रहा औऱ मम्मी मेरे सर पर हाथ फहरते हुए दूसरे हाथ से अपनी चूत को लोवर के ऊपर से मसलने लगी औऱ सिसकारी भरने लगी।
मम्मी- ओह…… मयंक मैं मर जाऊंगी, क्या कर दिया तूने, आह…..आह…..मइया.. ।
मैंने मौके की नजाकत देखते हुए मम्मी का लोअर की इलास्टिक पकड़ कर नीचे खीच दिया।
मम्मी ने हल्का सा विरोध दिखाने के लिए लोअर को पकड़ने की नाकाम से कोशिस की, लेकिन मेरे इरादे के सामने फैल हो गयी।
20 सेकंड में लोअर मम्मी की टांगों से बाहर हो गया। mummymummy की फूली हुई चूत लाल पैंटी में छिपि थी। मैन अपना मुँह पैंटी के ऊपर रखकर चूत को चाटने की सुरूआत कर दी। मम्मी जी की चूत मखमली ओर गद्देदार थीं, पैंटी से मदहोश करने वाली खुसबू आ रही थी, मैंने अपनी उंगली पेंटी की इलास्टिक में फसाकर पैंटी नीचे खीचना चाहा.
लेकिन मम्मी माधोसी में बोली, नहीं इससे आगे मत बढ़, बहुत गलत हो जायेगा,
लेकिन मैंने जोर लगाकर पैंटी जाँघों से नीचे कर दी। वाह………… क्या मखमली औऱ खुश्बूदार चूत थीं,
मैं चुत देखकर उसपर टुट पड़ा। दोनो हाथों से मम्मी के चूतड़ कसके पकड़ लिये, जो कि मलाई जैसे थे और जीभ चूत की फांकों के बीच गहराई तक घुमाने लगा।
मम्मी- आह……………मयंक क्या कर दिया तूने, मैं मर ना जाऊ आज, हा ……उई माँ… ….।
चूत गोरे रंग की और खुश्बूदार थीं। मै जीभ चूत की गहराई तक घुमाने लगा।
मम्मी अपनी चूचीओ को मसलते हुए बार बार चूत को मेरे ऒर धकेल रही थी।
मैंने एक ऊँगली से चूत को चोदना शुरू कर दिया औऱ साथ साथ चूत की फांको को होठों में दबाकर चूसता रहा।
लगभग 20 मिन्ट की फ़िंगरिंग ओर चूत चटाई के बाद एकाएक मम्मी का शरीर अकड़ने लगा और मेरा सिर अपनी चूत पर तेजी से दबाया। । – आह मै गई, अहा और मम्मी तेजी से झड़ गयी मैंने चूत का सारा पानी पी लिया। मम्मी की सांसे बहुत तेज चल रही थी। मम्मी- हाय मैं तो गई, रब्बा। मै चूत को लगातार चूसता रहा।
मम्मी ने हाथों से अपना चेहरा ढ़क लिया। मैंने मम्मी के हाथ उनके चेहरे से हटाकर मम्मी को पलँग से उठाया ओर कंधे पकड़कर अपने सामने नीच घुटनों पर बैठाया।
इस समय मेरा लंड पूरे उफान पर था सुबकते हुए मुँह खोला तो मैंने तुरन्त लंड मुँह में ठूस दिया। मम्मी न चाहते हुए मेरा लंड चूसे लगी।
10 मिनट लंड चुसाई के बाद मेरा लंड फुलने लगामेरा लंड फुलने लगा और लोहे जैसा हो गया। मम्मी के मुंह मे लंड अब जा नही पा रहा था। मम्मी पीछे हटने लगी तो मैंने जोश में कहा कि अपना पानी तो निकाल लिया है अब मेरा लंड चुसकर मेरा भी पानी निकाल दो।
मम्मी- मयंक बेटा, रोते हुए, मुझे माफ़ कर दे, तेरा लंड चूसना मेरे बस की बात नही है।
ये बहुत बड़ा है मेरे क्या किसी ओरत या लडक़ी के बस में नहीं है। मैं फिर से उनके होंठो को चूसने लगा। मम्मी थोड़ा थोड़ा रिस्पांस देने लगी। मेरे हाथ इस समय मम्मी के दोनों चूतड मसल रहे थे। बडे मुलायम चूतड थे।
मेरा 9 इंच का लोडा मम्मी की माँसल चूत से रगड खा रहा था।
अचानक मम्मी ने मेरा लोडा पकड़ लिया औऱ तेजी से खाल आगे पीछे करने लगी। मेरा लोडा फटने को हो रहा था। मैंने एकदम से मम्मी को बेड पर गिरा दिया। औऱ 9 इंच लंबे और 4 इंच मोटे लोडे को मम्मी की गर्म चुत पर रगड़ने लगा।
चुदाई के डर और शर्म से मम्मी तुरंत पीछे सरक गयी औऱ घुटने मोड़कर दीवार के सहारे बैठकर रोते हुए बोली।
मम्मी- नहीं नहीं ये नहीं हो सकता है, माँ बेटे के बीच ये सब नही हो सकता है।
ये पाप होगा। ये पाप होगा।
ये गलत है मयंक, तू पगला गया हैं जो अपनी सगी माँ के साथ ऐसा करने की सोच रहा है।
भगवान कभी ऐसे बेटे को माफ़ नही करेगा।
मै- ये कुछ नया नही है मेरे कई दोस्त अपनी मां औऱ बहन को चोदते हैं। इसमें हर्ज़ क्या है। मुझे तुम्हारी चुदाई करनी है तो बस करनी है।
मम्मी हाथ जोड़ने लगी औऱ गिड़गिड़ाने लगी, मुझे छोड़ दे मैं अपने बेटे के साथ सेक्स कैसे कर सकती हूं। मैं मम्मी की के सामने खड़ा अपना मूसल समान लंड को हिला रहा था।
ना बचने की उम्मीद देखते हुए मम्मी बोली तू चाहें तो अपना लंड चुत के ऊपर रगड कर अपना काम निपटा सकता है लेकिन इस बात की गारंटी दे कि अंदर नहीं डालेगा।
मैंने मना किया क्यो नही क्या दिक्कत है। माँ- एक तो हम दोनो माँ बेटा हैंमाँ- एक तो हम दोनो माँ बेटा हैं दुसरे ओरत की चुत की गहराई केवल 5 इंच होतीं है औऱ ये लंड 9 इंच लंबा है, बच्चेदानी फाड़कर अतड़िया बहार निकाल देगा किसी भी लडकी का।
तू मुझे ब्लैकमेल करना चाहता है। ।
मैं- अब तो विडियो भेजनी ही पडेगी औऱ मै झुठमुत मोबाइल से ऐक्टिंग करने लगा।
मम्मी मेरे हाथ जोड़कर बोली कि तू अपने मन की करके ही रहेगा। तू आज माँ बेटे के पवित्र रिश्ते को कलंकित करना चाहता हैं ये ठीक नहीं होगा।
मम्मी अपनी आँखों पर हाथ रखकर सिसकने लगी मैंने लंड मम्मी की चूत की फांकों के बीच फसा दिया
लेकिन मम्मी ने अपना शरीर टाइट किया हुआ था, जिससे लंड सेट नही हो रहा था।
मैंने जांघों को सख्ती से फैलाय और लंड का टॉप चूत में घुसेड दिया।
मम्मी: आआआहह हहहहहहह मर गयी, मोटा है बहुत, निकाल ले बाहर मयंक।
मैं क़मर हिलाकर मम्मी की चूत चोदने लगा।
अभी मैं सिर्फ़ 4 इंच लंड से चोद रहा था, मैंने 10 मिनट चोदने के बाद लंड को ज्यादा घुसाने की कोशिश की तो मम्मी ने अपने हाथ मेरे पेट पर अड़ा दिए ताकी मैं ज़्यादा ना घुसा सकू।
मम्मी बोली कि इससे ज्यादा सह नहीं पाउंगी।
मैंने कहा ठीक है चिंता मत करो।
मम्मी को बेड पर उपर को सरकाया और मम्मी के ऊपर 45 डिग्रीमम्मी के ऊपर 45 डिग्री में पोजीशन बनाये। मैंने अपनी मुठी मम्मी की चूचीओ के बगल में बेड पर टिका दी और पैर बेड के किनारे रखकर पंजो व हाथ की मुठी पर बॉडी का बैलंस बनाया और फिर लंड कूल्हे हिलाकर चुत के मुंह पर सेट करके धक्का दिया, लंड चूत को चीरता हुआ 5 इंच सरक गया।
मम्मी आह ह…मर गई आज तो मैं।
इस पोजीशन में करीब 10 मिनट चोदने के बाद मेरा मन पूरा लंड अंदर ड़ालने को हो रहा था लेकिन मम्मी ने अपने दोनों हाथ मेरे पेट पर कसके अड़ा रखे थे।
तभी अचानक मम्मी हिली और मेरे शरीर का बैलंस बिगड गया, मेरा पूरा भार मम्मी के ऊपर आने से जो 4 इंच लंड चूत से बाहर था सीधे चूत को फाड़ता हुआ अंदर सरक गया।
मम्मी छटपटाने लगी, उनकी आँखें बाहर आ गयी और मुँह खुल गया,
मुँह से आवाज नहीं निकल रही थी। पुरा लंड घुस जाने से मुझे बड़ा सुकुन मिला।
मैंने आव देखा ना ताव, लगा मम्मी की चुत फाडने। ताबड़तोड़ धक्के लगाने स्टार्ट कर दिये, मम्मी मेरा लंड झेल नहीं पा रही थी औऱ उनकी आँखें घूम गई।
मै चोदने में मस्त था, तभी मैंने मम्मी के होंठ चुसना चाह तो मुझे कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। गौर से देखा तो मम्मी बेहोश हो चुकी थी। मैं रुक गया औऱ लंड की ओर देखा। पूरा 9 इंच लंड चूत के अन्दर था औऱ मम्मी की चूत लंड के चारों ऒर टाइट चिपकी हुई थी देखने से लग रहा था की चूत फट जाएगी।
मैंने लंड बाहर खींचा तो पाया कि लंड खून से भीगा हुआ थालंड खून से भीगा हुआ था। मैं सोच में पड़ गया कि 48 साल की ओरत की चूत से खून कैसे आया।
शायद मेरे लंड से बच्चेदानी इंजर्ड हो चुकी थी। मैंने सोचा कि कुछ भी हो जाए आज इस चूत को फाड़ के ही छोडूंगा।
मैंने पास रखे जग से पानी लेकर मम्मी के मुंह पर डाला, मम्मी होश में आ गई औऱ लगीं रोने।
मयंक मत कर बेटा, मेरी जान निकल जायेगी आज, तेरा ये बहुत बडा ऒर मोटा है। मै-मम्मी मेरे लंड ने आपकी चूत में अब जगह बना ली है अब आपको बाहर लंड नहीं ढूंढना पड़ेगा। मैंने फिर लंड चूत की फांको में फंसा दिया ऒर मम्मी की गोरी गोरी चुचिया चुसने लगा।
मम्मी को रोना बंद नहीं हो रहा था। बिना परवाह किये मैंने एक ही झटके में 9 इंच लंड मम्मी की चूत में उतार दिया। लंड बहूत टाइट गया था चुत में, इससे ये तो क्लियर हो गया था कि मम्मी ज्यादा सेक्स नही की थीं। मम्मी फिर छटपटाने लगी। लेकिन मै कहा रूकने वाला था। ताबड़तोड़ चुदाई सुरू कर दी। प्रति मिनट 40-50धक्के चूत पर लग रहे थे।
पूरे घर में मम्मी की चीखें गूंज रही थीं। 40 मिनट चोदने के बाद मैंने लंड बाहर निकाला औऱ उछल कर मम्मी की चेस्ट पर दोनों तरफ़ टाँग करके बैठ गया ऒर लंड मम्मी के होंठो पर लगने लगा। मम्मी अर्द्ध बेहोशी में थी। लंड देखकर हाथ जोडते हुए बोली, इसमे खून कहा से लगा।
मै बोला कि ये हमारी सुहागरात की निशानी है। ये कहकर लंड मुँह में घुसा दिया। लंड मुँह में घुसा दिया।
मम्मी गू गू करने लगी। मैं मुँह चोदने लगा, तभी मम्मी ने पूरी ताकत से मुझे पिछे धखेल दिया। में मैं मम्मी की टांगों के बीच आ गया औऱ लंड पकड़कर चूत पर लगाने लगा, लेकिन मम्मी औऱ चुदने को तैयार नहीं थीं।
बोली, मयंक तू पिछले 1 घंटे से मुझे चौद रहा है अब बस कर, देख तूने चूत का क्या हाल कर दिया है खून भी बह रहा है मुझसे अब और नही होगा।
मैंने ग़ुस्से से कहा कि लंड तो ओरतो की चूत का गहना होता है बिना लंड के चूत मुरझा जाती है आज तो तुम्हें मेरे लंड को ठंडा करना ही पड़ेगा। चल सीधी हो जा।
मम्मी डर से लड़खड़ाते हुए बेड से खड़ी हो गयी और मेरे विकराल लंड को देखते हुए बोली , ये घोड़े का लंड है कोई ओरत नही ले पायेगी।
किसी भी मर्द का लंड 6 इंच से बड़ा नहीं होता, तेरा न जाने कहाँ से इतना बडा हो गया। मैं- बकवास मत करो औऱ मेरा लंड ठंडा करो जल्दी।
मैंने तुरन्त मम्मी को पीछे बेड पर धकेला और जैसे ही बेड पर गिरी मैंने उनकी दोनो जांघो के निचे से हाथ निकालकर मम्मी के चूतड़ों पर ग्रिप बना ली औऱ हवा में गोद मे उठा लिया।
मम्मी सकपका गयी ऒर बोली अब क्या करना चाहते हो। मैंने एक हाथ निचे लेजाकर अपने लंड को चूत की दिशा दी औऱ मम्मी को थोड़ा नीचे आने दिया, मेरा लंड मम्मी की चूत में फंस गयामेरा लंड मम्मी की चूत में फंस गया। अब मैंने मम्मी को ऐसे ही ड्रेसिंग टेबिल के सामने लेकर खडा हो गया औऱ मम्मी के कूल्हे सख्ती से पकड़कर अपने लंड पर उछाल उछाल के चोदने लगा.
ठपा ठप ठपा ठप लंड चूत के अन्दर बाहर बोरिंग कर रहा था और चुत से खून फर्श पर टपक रहा था। मम्मी चिल्लाये जा रही थीं लेकिन मुझ पर कोई असर नहीं हो रहा था मैं चोदना में मस्त था। मम्मी ने दोनों बाहे मेरी गर्दन में लपेट रखी थी। मैंने हवा में मम्मी को घर के हर कोने में लेजाकर चोदा और लास्ट में मैन गेट के पास लेकर पहुचा।
मम्मी बोली , क्यू मुझे बदनाम करने में लगा है थका नहीं तू मै बर्दाश्त नही कर पा रही हूं। मैंने गेट के पास मम्मी को 10 मिनट इसी पोजीशन में जबरदस्त तरीके से चोदना जारी रखा। फ़िर मम्मी को नीचे उतारा औऱ खीँच कर हाल में ले गया। मम्मी को डाइनिंग टेबल पर झुका दिया ओर पीछे से चूत में लंड एक ही धक्के में सरका दिया।
मम्मी की तेज चीख़ निकल गई। मम्मी के बाल पकड़कर लगा खतरनाक तरीके से चोदना।
अचानक मेरी नसे गर्म होने लगी, जिसे मम्मी तुरन्त भाँप गयी कि मेरा निकलने वाला हैकि मेरा निकलने वाला है। मम्मी बोली मयंक बाहर झाड़ियो, अंदर नहीं, यदि एक बूंद बी अन्दर गिरी तो मैं प्प्रेग्नेंट हो जाऊंगी।
निकाल बाहर, लेकिन मैंने धक्के औऱ तेज कर दिये, ओर लंबे लंबे धक्के लगाने लगा, मम्मी चिल्ला रही थी डॉगी स्टायल में चोदते हुए मैंने जड़ तक लण्ड चूत में घुसा दिया ऒर पचर पचर चूत में झड़ने लगा।
आह आह मम्मी ये क्या हो गया ऒर ये बोलते हुए मम्मी की पीठ पर धस गया।
मै हॉफ रहा था औऱ मम्मी लण्ड बाहर निकलने की कोशिश कर रही थी।
10 मिनट बाद मैंने लंड चूत से बाहर निकाला तो देखा कि मम्मी की चूत से वीर्य ओर खून का मिक्सर टपक रहा था। मम्मी ऐसे ही पड़ी रोती रही। मैंने मम्मी का नंगा शरीर गोद मे उठाया औऱ बेड पर ले गया औऱ ख़ुद बराबर में लेट गया, मम्मी लगातार सिसक रही थी। न जाने कब मेरी आँख लगी और मै सो गया।
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